वीडियो जानकारी:
इश्क़-ए-हकीकी का दान करने वाला है इश्क़-ए-मजाज़ी।
~ आचार्य प्रशांत
प्रसंग:
गुरु का क्या महत्व होता हैं?
गुरु को परमात्मा से श्रेष्ट क्यों कहा गया हैं?
इश्क़-ए-मजाज़ी और इश्क़-ए-हकीकी में क्या अंतर है?
जानें इन महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर, आचार्य प्रशांत जी द्वारा इस शब्दयोग सत्संग के माध्यम से-
आचार्य प्रशांत
शब्दयोग सत्संग
२५ जनवरी, २०१९
अद्वैत बोध शिविर,
ऋषिकेश, उत्तराखंड
संगीत: मिलिंद दाते